एक परिपक्व महिला, सौतेली माँ नहीं, अपने युवा साथी के तीव्र आनंद की लालसा रखती है। वह उत्सुकता से उसके अथक धक्कों के आगे अपना चेहरा समर्पित कर देती है, परमानंद और दर्द के हर पल का स्वाद लेती है। उनका भावुक मुठभेड़ उनकी अतृप्त इच्छाओं का एक वसीयतनामा है।