एक कान्वेंट में, शैतान शारीरिक इच्छाओं वाली पुण्य ननों को प्रलोभित करता है। वे अपनी शुद्धता बहाते हुए दम तोड़ देते हैं, क्योंकि वे पूरी भावना के साथ एक-दूसरे की मासूमियत को खा जाते हैं। यह निषिद्ध, पापी आनंद का घर का बना दावत सामने आती है, जिससे कोई पवित्र पवित्रता अनछुई नहीं रह जाती।