लीरा, एक भक्त भक्त, अपनी लालसा के आगे झुक जाती है। वह उत्सुकता से एक आकर्षक चूत की दावत में शामिल होती है, हर निवाला का स्वाद चखती है। उसकी जीभ नाजुक सिलवटों पर नृत्य करती है, मादक स्वाद में गहराई तक उतरती है। यह अंतरंग मुठभेड़ एक उग्र जुनून को प्रज्वलित करती है, जिसका समापन एक विस्फोटक चरमोत्कर्ष में होता है।